डिप्टी कमिश्नर लुधियाना प्रदीप कुमार अग्रवाल और उनकी धर्मपत्नी संयोगिता अग्रवाल सरोज खान डांस अकादमी में बच्चों को पुरस्कार देते हुए |
लुधियाना, 14 मई 2018 (राजिन्दर आहूजा): मां जन्म देती है, चलना सिखाती है, अच्छे बुरे दौर में भी एक एक निवाला बच्चों को खिलाती है। परायी हो जाती है, जब वो बूढी हो जाती है। थोड़ा दिल को कुरेदो मां ही है जो भगवान की असलियत बताती है। भगवान से पहले करो मां की सेवा जो खुद कष्ट लेकर आपको इस जीवन में लाती है। यह भावनाएं हर किसी के मन में रहती है और कोई शब्दों में तो कोई डांस में तो कोई गीत के माध्यम से अपनी मां को डैडीकेट करता है। इसकी झलक रविवार को लुधियाना के माया नगर स्थित सरोज खान डांस अकादमी में देखने को मिली। जहां मदर्स डे को लेकर ढेरों प्रफार्मेंस का दौर चला।
इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि डिप्टी कमिश्नर लुधियाना प्रदीप कुमार अग्रवाल और उनकी धर्मपत्नी संयोगिता अग्रवाल शामिल हुई। उन्होंने बच्चों को मदर्स डे की बधाई दी और कहा कि मां के किए उपकार की हम कल्पना भी नहीं कर सकते। इसलिए जीवन में सदा अपनी मां को भगवान का दर्जा दें और एक दिन ही नहीं बल्कि हर पल अपनी मां को प्यार और केयर दें। उन्होंने कहा कि वे आज जिस मुकाम पर है, उनकी मां का सबसे बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि अगली बार वे भी इस अकादमी में अपनी मां के लिए कुछ गीत के माध्यम से ब्यां करेंगे।
इस दौरान बच्चों ने स्किट, गाने, डांस प्रफार्मेंस दी और अकादमी की ओर से बच्चों के लिए एक पार्टी भी आयोजित की गई। डायरेक्टर रूचि कौर बावा ने कहा कि हमारे बच्चों में आज एजूकेशन को लेकर काफी क्रेज है। लेकिन उन्हें संस्कारों से जोड़े रखना भी बेहद जरूरी है। मां की अहमियत को उनके डांस और गीतों के माध्यम से ब्यां करने को यह प्लेटफार्म दिया गया।
इस दौरान उन माताओं का भी सम्मान किया गया, जिनकी बदौलत अकादमी की बच्चियों ने देश विदेश में नाम रोशन किया है। इस दौरान अकादमी के डीन कपिल शर्मा, जीआरडी अकादमी की प्रिंसिपल नवरीत कौर, नीलम खोसला, सुनील चड्ढा, आईआरएस अधिकारी प्रिंसिपल कमिश्नर आर भामा ने भी मां की अहमियत को अपने अपने शब्दों में ब्यां किया। इस दौरान एमडी रुचि बावा ने घोषणा की जो बच्चे टैलेंटेड है और संगीत या डांस मैं कुछ करने के काबिल है। उन्हें ऐकेडमी की तरफ से मुफ्त ट्रेनिंग दी जाएगी।